Table of contents |
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खण्ड 'क' (अपठित बोध) |
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खण्ड 'ख' (रचनात्मक लेखन) |
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खण्ड 'ग' (व्याकरण अनुभाग) |
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खण्ड 'घ' (पठित बोध) |
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उत्तर 1:
(i) (क) स्वार्थी लोगों का
(ii) (घ) परोपकारी
(iii) (घ) दूसरों की सहायता में अपना सर्वस्व बलिदान करने वालों को
(iv) (ख) पापी
(v) (ख) परोपकार को
उत्तर 2:
(i) (ख) ऊँचे उठने की
(ii) (ग) मन में गहराई लाने की
(iii) (क) धैर्य धारण करने की
(iv) (ग) विचारों तथा आचरण को विस्तृत बनाने की
(v) (घ) कोई नहीं
उत्तर 3: अपने विद्यालय में कविता-पाठ प्रतियोगिता में प्रथम आने की सूचना देते हुए बड़े भाई को पत्र
प्रिय बड़े भाई,
सादर प्रणाम!
आशा है कि आप स्वस्थ और खुशहाल होंगे। मैं आपको यह पत्र बहुत खुशी के साथ लिख रहा हूँ, क्योंकि हाल ही में हमारे विद्यालय में एक कविता-पाठ प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें मैंने भाग लिया और प्रथम स्थान प्राप्त किया।
मुझे इस प्रतियोगिता में बहुत मजा आया, और मैंने अपनी पसंदीदा कविता "भारत माता की संतान" प्रस्तुत की। मेरी प्रस्तुति ने सभी को प्रभावित किया, और मुझे पहले पुरस्कार के रूप में एक सुंदर प्रमाण पत्र और उपहार भी मिला। इस सफलता से मैं बहुत खुश हूँ और साथ ही इसने मुझे अपने आत्मविश्वास को और भी बढ़ाने में मदद की।
आपकी आशीर्वाद और प्रेरणा के बिना यह संभव नहीं होता। मुझे आशा है कि आप मुझे हमेशा इसी तरह प्रोत्साहित करते रहेंगे। मैं इस जीत को आपके साथ साझा करके बहुत खुश हूँ और इंतजार करता हूँ कि आप मुझे जल्द मिलने के लिए समय दें।
आपका छोटा भाई
[अपना नाम]
अथवा
अपने विद्यालय के प्राचार्य को अवकाश हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
[विद्यालय का नाम],
[विद्यालय का पता]
विषय: अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र
महोदय,
नम्र निवेदन है कि मैं [अपना नाम], कक्षा [अपनी कक्षा] का छात्र/छात्रा, आपके विद्यालय में पढ़ाई कर रहा/रही हूँ। मुझे [तारीख] से [तारीख] तक [कारण] के कारण अवकाश की आवश्यकता है।
अतः आपसे निवेदन है कि कृपया मुझे उपरोक्त तिथियों में अवकाश देने की कृपा करें। मैं आश्वासन देता/देती हूँ कि अवकाश के बाद मैं अपनी पढ़ाई में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करूंगा/कर्म।
आपकी कृपा के लिए मैं सदा आभारी रहूँगा/रहूँगी।
धन्यवाद।
आपका आभारी
[अपना नाम]
[कक्षा]
[अनुक्रमांक]
उत्तर 4:
(क) अनुशासन
अनुशासन जीवन की सबसे महत्वपूर्ण आदतों में से एक है। यह हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन देता है और हमारी मेहनत को दिशा प्रदान करता है। अनुशासन का अर्थ केवल समय का पालन करना या कार्यों को ठीक से करना नहीं है, बल्कि यह आत्म-नियंत्रण, नियमितता और जिम्मेदारी का प्रतीक है। एक व्यक्ति जो अनुशासन का पालन करता है, वह अपनी गतिविधियों में सजग और संगठित होता है, जो उसे सफलता की ओर ले जाता है।
अनुशासन का पालन करके हम अपने कार्यों को प्राथमिकता दे सकते हैं और समय का सही उपयोग कर सकते हैं। यह हमें अपनी कमजोरियों पर काबू पाने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करता है। स्कूल, कॉलेज या कार्यस्थल पर अनुशासन महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह समूह में काम करने की क्षमता को भी बढ़ाता है और किसी भी कार्य में उत्तमता लाने के लिए मदद करता है।
हमारे जीवन में अनुशासन का अभाव कभी भी हमें असफलता की ओर ले जा सकता है। इसलिए हमें छोटे-छोटे कार्यों से ही अनुशासन की शुरुआत करनी चाहिए। यही आदत जीवन में स्थायित्व और सफलता की कुंजी बनती है।
(ख) गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन 1950 को भारतीय संविधान को लागू किया गया था, जिससे भारत एक पूर्ण गणराज्य बन गया। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेताओं और शहीदों की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया और बलिदान दिया।
गणतंत्र दिवस की मुख्य आकर्षण दिल्ली में आयोजित होने वाली परेड होती है। इस परेड में भारतीय सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षाबल विभिन्न झांकियाँ प्रस्तुत करते हैं, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर, प्रगति और विविधता को प्रदर्शित करती हैं। इस दिन राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, और इस अवसर पर गणतंत्र दिवस के सम्मान में सम्मानित व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार भी दिए जाते हैं।
गणतंत्र दिवस न केवल हमारे संविधान की ताकत को दर्शाता है, बल्कि यह एकता, अखंडता और लोकतंत्र की भावना को भी मजबूत करता है। यह दिन हम सभी को अपने कर्तव्यों और देशप्रेम की याद दिलाता है।
(ग) महात्मा गांधी
महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे, जिन्हें ‘राष्ट्रपिता’ के रूप में सम्मानित किया गया। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। गांधी जी ने भारतीय समाज में सत्य, अहिंसा और असत्याग्रह जैसे सिद्धांतों को बढ़ावा दिया और ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष किया।
महात्मा गांधी ने हमेशा अपने जीवन में सत्य और अहिंसा के मार्ग का पालन किया। उन्होंने ‘नमक सत्याग्रह’, ‘चली आंदोलन’, और ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ जैसे आंदोलनों का नेतृत्व किया, जो भारतीय जनता को स्वतंत्रता की ओर प्रेरित करने में महत्वपूर्ण साबित हुए। उनका विश्वास था कि यदि हम बिना किसी हिंसा के सत्य के साथ खड़े रहते हैं, तो अंततः हम विजय प्राप्त करेंगे।
महात्मा गांधी की शिक्षाएं न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका जीवन सत्य, प्रेम और अहिंसा की प्रेरणा देता है, और उनके विचार आज भी हमारे समाज में गहरे प्रभाव डालते हैं। 2 अक्टूबर को उनके सम्मान में हम गांधी जयंती मनाते हैं और उनके आदर्शों का पालन करने का संकल्प लेते हैं।
उत्तर 5:
(i) काल वह होता है जो क्रिया के समय को दर्शाता है। जैसे: "वह पढ़ता है" (वर्तमान काल), "वह पढ़ेगा" (भविष्यत् काल)।
(ii) क्रियाविशेषण वह शब्द है जो क्रिया की विशेषता बताता है। जैसे: "वह धीरे चलता है" (धीरे - क्रियाविशेषण)।
(iii) संबंधबोधक संज्ञा और सर्वनाम को जोड़ता है (जैसे: "के लिए"), जबकि क्रियाविशेषण क्रिया को विशेष बनाता है (जैसे: "तेज़")।
(iv) विस्मयादिबोधक भावनाओं को व्यक्त करता है। जैसे: "अरे! कितना सुंदर है।"
(v) कृत प्रत्यय क्रिया से बनता है (जैसे: पढ़ाई), तद्धित प्रत्यय संज्ञा/विशेषण से (जैसे: सुंदरता)।
उत्तर 6:
(i)
(क) प्रेरणार्थक: लिखवा लिया
(ख) पूर्वकालिक: पढ़कर
(ii)
(क) ताकि
(ख) क्योंकि
(iii)
(क) गलत (भविष्यत् काल भविष्य का बोध कराता है)
(ख) सही
(iv) खेलनेवाला - वाला, सुंदरता - ता
(v) कु: कुरूप, कुटिल; सु: सुंदर, सुगंध
उत्तर 7:
(i) (ख) छोटी वस्तुओं को
(ii) (घ) ‘क’ और ‘ख’ दोनों
(iii) (ख) दूसरों के लिए
(iv) (ग) दूसरों की भलाई के लिए
(v) (क) जो छोटी बातों को महत्व देता है
उत्तर 8:
(i) (ग) दुर्गादत्त वैद्य का
(ii) (ग) घोड़े की पीठ पर
(iii) (ख) करुणा
(iv) (ख) तुम्हें क्या कष्ट है?
(v) (घ) अपाहिज का खड्गसिंह होने से
उत्तर 9:
(क) कविता "मातृभूमि" के प्रमुख विषय मातृभूमि के प्रति श्रद्धा, प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक पहचान, और विभिन्न धर्मों का समन्वय हैं।
(ख) मेजर ध्यानचंद ने 16 साल की उम्र में 'ब्राह्मण रेजिमेंट' में भर्ती होकर हॉकी खेलना शुरू किया। उनके सूबेदार मेजर तिवारी ने उन्हें हॉकी खेलने के लिए प्रेरित किया और उन्हें खेल में रुचि लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
(ग) कवि ने वर्षा की पहली बूँद को नवजीवन देने वाली अमृत बूँद के रूप में वर्णित किया है। यह बूँद धरती पर गिरकर उसकी प्यास बुझाती है, जिससे सूखी भूमि में हरियाली और जीवन लौट आता है। यह बूँद जीवनदायिनी और प्रकृति की पुनर्जीवन शक्ति का प्रतीक है।
(घ) खड्गसिंह ने एक अपाहिज व्यक्ति का रूप धारण कर बाबा भारती को धोखा देने की योजना बनाई। जब बाबा भारती उस पर दया कर उसे घोड़े पर चढ़ा रहे थे, तो खड्गसिंह ने घोड़े की लगाम छीन ली और उसे लेकर भाग गया। इस प्रकार उसने चालाकी से घोड़ा चुराने में सफलता पाई।
(ङ) बिहू नृत्य असम का एक महत्वपूर्ण लोक नृत्य है जो मुख्यतः कृषि आधारित त्योहारों के दौरान किया जाता है। यह नृत्य फसल के मौसम की खुशियों को मनाने का प्रतीक है और इसे तीन बार मनाया जाता है: बीज बोने, धान रोपने और फसल तैयार होने पर। बिहू नृत्य के दौरान लोग रंगीन पारंपरिक पोशाक पहनते हैं और नृत्य करते हैं, जिससे सामाजिक एकता और आनंद का अनुभव होता है। यह असम के सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
(च) सुजानसिंह की सोच इस कहानी में बदलती है जब वे देखते हैं कि असली गुण क्या होते हैं। उन्होंने पंडित जानकीनाथ की मदद के कार्य को देखकर यह महसूस किया कि सच्ची मानवता ही असली सफलता है। इसीलिए, उन्होंने पंडित को दीवान बनाने का निर्णय लिया।
उत्तर 10:
(क) ध्यानचंद के अद्वितीय खेल कौशल और उनकी शानदार खेल तकनीक की वजह से उन्हें "हॉकी का जादूगर" कहा जाता है। उन्होंने हॉकी में ऐसे अद्भुत प्रदर्शन किए, जो किसी जादू से कम नहीं थे।
(ख) खड्गसिंह एक कुख्यात डाकू था, लेकिन बाबा भारती की सच्चाई और दयालुता से प्रभावित होकर उसने अपने कृत्यों पर पश्चाताप किया। उसने महसूस किया कि उसकी धोखाधड़ी से अधिक महत्व सच्चाई और दया का है। इस पश्चाताप के बाद उसने घोड़ा वापस किया, जिससे उसका चरित्र परिवर्तन स्पष्ट होता है।
(ग) एंजेला और अनु की दोस्ती उनके माता-पिता की मुलाकात के बाद हुई। दोनों की आयु लगभग समान थी और उन्होंने एक-दूसरे के साथ समय बिताना शुरू किया। अनु ने एंजेला को असमिया भाषा के कुछ शब्द सिखाए और भारतीय खिलौनों के बारे में बताया, जिससे उनकी दोस्ती और गहरी हो गई। दोनों ने मिलकर खेल-कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया, जिससे उनकी दोस्ती और मजबूत हुई।
(घ) चेतक की चाल का वर्णन तेज और प्रभावशाली तरीके से किया गया है। वह अचानक कहीं से प्रकट होता है और दुश्मनों पर आक्रमण करता है, जैसे वह बिजली की चमक हो।
(ङ) मॉरिशस की राजभाषा अंग्रेजी है, लेकिन इसकी संस्कृति की भाषा फ्रेंच है। यहाँ की जनता क्रेयोल भाषा बोलती है, जो फ्रेंच से संबंधित है।
प्रश्न के लिए यहाँ क्लिक करें: Sample Paper - 5