प्रश्न 1: कथन 1: 1956 का 7वां संविधान संशोधन अधिनियम भारत के संविधान में अनुच्छेद 350-बी को लागू करता है। कथन 2: भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी की नियुक्ति भारत के प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है। (क) केवल कथन 1 सत्य है। (ख) केवल कथन 2 सत्य है। (ग) दोनों कथन सत्य हैं। (घ) न तो कथन सत्य है।
उत्तर: (क) 1956 का 7वां संविधान संशोधन अधिनियम वास्तव में भारतीय संविधान में अनुच्छेद 350-बी को लागू करता है, जो भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी की नियुक्ति का प्रावधान करता है। इस अधिकारी की जिम्मेदारी भाषाई अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा करना और संविधानिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित करना है। यह अधिकारी भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है, न कि प्रधानमंत्री द्वारा, और सीधे राष्ट्रपति को रिपोर्ट करता है। कथन 1: सत्य। अनुच्छेद 350-बी वास्तव में 1956 के 7वें संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा लागू किया गया था। कथन 2: असत्य। भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, न कि प्रधानमंत्री द्वारा। सही उत्तर: (क) केवल कथन 1 सत्य है।
प्रश्न 2: कथन 1: CLM अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। कथन 2: उप-कमिश्नर CLM का क्षेत्रीय मुख्यालय में समर्थन करता है। (क) केवल कथन 1 सही है। (ख) केवल कथन 2 सही है। (ग) दोनों कथन 1 और 2 सही हैं। (घ) न तो कथन 1 न ही कथन 2 सही हैं।
उत्तर: (क) भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त (CLM) भारत के संविधान के अनुच्छेद 350-बी के अनुसार अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। CLM भाषाई अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है और इस मंत्रालय के माध्यम से सीधे भारत के राष्ट्रपति को रिपोर्ट करता है। हालांकि, CLM के क्षेत्रीय मुख्यालय में औपचारिक "उप-कमिश्नर" की पदवी नहीं होती है। इसके कार्य केंद्रीकृत होते हैं, जिसमें क्षेत्रीय अधिकारी विशिष्ट कार्यों का प्रबंधन करते हैं। कथन 1: सत्य है, क्योंकि CLM अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। कथन 2: असत्य है, क्योंकि CLM के संगठनात्मक ढांचे में "उप-कमिश्नर" की कोई आधिकारिक स्थिति नहीं है। सही उत्तर: (क) केवल कथन 1 सही है।
प्रश्न 3: सत्यापन (A): भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त भारत के राष्ट्रपति को वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं। कारण (R): ये रिपोर्टें भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संवैधानिक सुरक्षा के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए आवश्यक हैं। (a) A और R दोनों सत्य हैं, और R, A का सही स्पष्टीकरण है। (b) A और R दोनों सत्य हैं, लेकिन R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R गलत है। (d) A गलत है, लेकिन R सत्य है।
उत्तर: (a)
भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त (CLM) भारत के संविधान के अनुच्छेद 350-B के अनुसार, भारत के राष्ट्रपति को वार्षिक रिपोर्टें प्रस्तुत करते हैं। ये रिपोर्टें भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संवैधानिक सुरक्षा के कार्यान्वयन का मूल्यांकन प्रदान करती हैं। कारण (R) इस बात का सही स्पष्टीकरण देता है कि ये रिपोर्टें क्यों आवश्यक हैं, क्योंकि ये सुनिश्चित करती हैं कि भाषाई अल्पसंख्यकों के अधिकारों का उल्लंघन ना हो और उनकी प्रभावी निगरानी की जा सके।
चूंकि सत्यापन और कारण दोनों सत्य हैं, और कारण सत्यापन का सही स्पष्टीकरण देता है:
सही उत्तर: (a) A और R दोनों सत्य हैं, और R, A का सही स्पष्टीकरण है।
प्रश्न 4: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करते हैं। कथन 2: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त का मुख्यालय मुंबई में स्थित है। (a) सत्य, सत्य (b) सत्य, गलत (c) गलत, सत्य (d) गलत, गलत
उत्तर: (d)
भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त (CLM) का संचालन अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तहत होता है, न कि गृह मंत्रालय के तहत, जिससे कथन 1 गलत हो जाता है। इसके अतिरिक्त, CLM का मुख्यालय लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है, न कि मुंबई, जिससे कथन 2 भी गलत हो जाता है।
सही उत्तर: (d) गलत, गलत।
प्रश्न 5: निम्नलिखित को सही कालानुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित करें: 1. राज्यों के पुनर्गठन आयोग की सिफारिश 2. भारतीय संविधान में अनुच्छेद 350-बी का परिचय 3. भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त की स्थापना (a) 1-2-3 (b) 2-1-3 (c) 3-2-1 (d) 1-3-2
घटनाओं का सही कालानुक्रमिक क्रम इस प्रकार है:
इस प्रकार, सही कालानुक्रमिक क्रम है: सही उत्तर: (a) 1-2-3।
प्रश्न 6: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकारी के कर्तव्यों में भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संवैधानिक सुरक्षा से संबंधित मामलों की जांच करना शामिल है। कथन 2: भाषाई अल्पसंख्यक क्षेत्रों में आयुक्त केवल शिकायतें प्राप्त करने पर现场 मूल्यांकन करते हैं। (a) केवल कथन 1 सत्य है। (b) केवल कथन 2 सत्य है। (c) दोनों कथन सत्य हैं। (d) न तो कथन सत्य है।
उत्तर: (क) कथन 1: "भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी के कर्तव्यों में भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संवैधानिक सुरक्षा से संबंधित मामलों की जांच करना शामिल है।" अनुच्छेद 350-बी के अनुसार, भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी (या भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त) का कार्य भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संवैधानिक सुरक्षा के कार्यान्वयन से संबंधित मामलों की जांच करना और रिपोर्ट करना है। इसमें यह सुनिश्चित करना शामिल है कि उनके अधिकारों की रक्षा की जाए और इन सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया जाए। निष्कर्ष: यह कथन सत्य है।
कथन 2: "भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त केवल शिकायतें प्राप्त करने पर भाषाई अल्पसंख्यक क्षेत्रों में现场 मूल्यांकन करते हैं।" भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त सक्रिय रूप से क्षेत्रीय दौरे और मूल्यांकन करते हैं, जो केवल शिकायतें प्राप्त करने तक सीमित नहीं हैं। भूमिका में सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन की निगरानी और जांच करना शामिल है, यहां तक कि शिकायतों की अनुपस्थिति में भी। निष्कर्ष: यह कथन असत्य है। सही उत्तर: (क) केवल कथन 1 सत्य है।
प्रश्न 7: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ राज्य और संघीय क्षेत्र स्तर पर चर्चाओं में संलग्न होते हैं। कथन 2: CLM राष्ट्रपति को संघीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत करता है। (क) केवल कथन 1 सही है। (ख) केवल कथन 2 सही है। (ग) दोनों कथन 1 और 2 सही हैं। (घ) न तो कथन 1 और न ही कथन 2 सही हैं।
उत्तर: (ग) भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त (CLM) उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ राज्य और संघीय क्षेत्र स्तर पर चर्चाओं में संलग्न होते हैं ताकि भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संवैधानिक सुरक्षा के कार्यान्वयन की निगरानी की जा सके, जिससे कथन 1 सत्य है। इसके अतिरिक्त, CLM संघीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के माध्यम से राष्ट्रपति को वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करता है, जिससे कथन 2 भी सत्य है। सही उत्तर: (ग) दोनों कथन 1 और 2 सही हैं।
Q8: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के बीच सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी फैलाने के लिए कमिश्नर फॉर लैंग्वेज माइनॉरिटीज (CLM) जिम्मेदार है। कथन 2: भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी की कार्यकाल और सेवा की शर्तें संविधान में विस्तृत रूप से बताई गई हैं। (a) सत्य, सत्य (b) सत्य, असत्य (c) असत्य, सत्य (d) असत्य, असत्य
उत्तर: (b) भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए कमिश्नर (CLM) का कार्य संविधान और कानूनी सुरक्षा उपायों की जानकारी को फैलाना है, जिससे कथन 1 सत्य है। हालांकि, भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी की कार्यकाल और सेवा की शर्तें संविधान में नहीं बताई गई हैं, बल्कि यह सरकार द्वारा निर्धारित की जाती हैं, जिससे कथन 2 असत्य है। सही उत्तर: (b) सत्य, असत्य।
Q9: पुष्टि (A): भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए कमिश्नर राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ नियुक्त नोडल अधिकारियों के माध्यम से संवाद करता है। कारण (R): यह विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन के प्रति एक समान दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए है। (a) A और R दोनों सत्य हैं, और R A की सही व्याख्या है। (b) A और R दोनों सत्य हैं, लेकिन R A की सही व्याख्या नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R असत्य है। (d) A असत्य है, लेकिन R सत्य है।
उत्तर: (a) भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए कमिश्नर (CLM) राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ नियुक्त नोडल अधिकारियों के माध्यम से संवाद करता है, जिससे सुरक्षा उपायों के प्रभावी समन्वय और कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया जाता है, जिससे पुष्टि (A) सत्य है। यह संवाद भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए संविधान और कानूनी सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन में एक समान दृष्टिकोण को सुविधाजनक बनाता है, जिससे कारण (R) सत्य है और पुष्टि की सही व्याख्या है। सही उत्तर: (a) A और R दोनों सत्य हैं, और R A की सही व्याख्या है।
प्रश्न 10: कथन 1: CLM का प्राथमिक उद्देश्य अल्पसंख्यक भाषाओं के बोलने वालों के अधिकारों की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। कथन 2: CLM की भूमिका केवल राष्ट्रपति को रिपोर्ट तैयार करने और प्रस्तुत करने तक सीमित है और इसमें राज्य प्राधिकरणों के साथ现场 मूल्यांकन या चर्चा शामिल नहीं है। (क) केवल कथन 1 सत्य है। (ख) केवल कथन 2 सत्य है। (ग) दोनों कथन सत्य हैं। (घ) कोई भी कथन सत्य नहीं है।
उत्तर: (क) CLM का प्राथमिक उद्देश्य भाषाई अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा और संवर्धन सुनिश्चित करना है, जो संवैधानिक सुरक्षा की निगरानी करके किया जाता है, जिससे कथन 1 सत्य है। हालाँकि, CLM की भूमिका केवल रिपोर्ट तैयार करने और प्रस्तुत करने तक सीमित नहीं है; इसमें现场 मूल्यांकन और राज्य प्राधिकरणों के साथ चर्चा भी शामिल है, जिससे कथन 2 गलत है। सही उत्तर: (क) केवल कथन 1 सत्य है।
प्रश्न 11: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकारी प्रत्येक संसद के सदन को समय-समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं। कथन 2: CLM का मुख्यालय चेन्नई में स्थित है। (क) सत्य, सत्य (ख) सत्य, गलत (ग) गलत, सत्य (घ) गलत, गलत
उत्तर: (घ) भाषाई अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकारी रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति को प्रस्तुत करते हैं, न कि प्रत्येक संसद के सदन को सीधे, जिससे कथन 1 गलत है। इसके अतिरिक्त, भाषाई अल्पसंख्यक आयुक्त (CLM) का मुख्यालय लखनऊ में स्थित है, न कि चेन्नई, जिससे कथन 2 भी गलत है। सही उत्तर: (घ) गलत, गलत।
प्रश्न 12: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकारी को संघीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री द्वारा नियुक्त किया जाता है। कथन 2: संविधान विशेष अधिकारी के लिए योग्यताएँ, कार्यकाल और बर्खास्तगी की प्रक्रियाएँ निर्दिष्ट करता है। (क) केवल कथन 1 सही है। (ख) केवल कथन 2 सही है। (ग) दोनों कथन 1 और 2 सही हैं। (घ) न तो कथन 1 और न ही कथन 2 सही हैं।
उत्तर: (d) भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी की नियुक्ति भारत के संविधान के अनुच्छेद 350-ब के अनुसार भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, न कि संघ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री द्वारा। इसके अतिरिक्त, संविधान में विशेष अधिकारी के लिए योग्यताओं, कार्यकाल या हटाने की प्रक्रियाओं का उल्लेख नहीं है। ये सभी सरकार द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
सही उत्तर: (d) न तो विवरण 1 सही है और न ही विवरण 2।
प्रश्न 13: निष्कर्ष (A): भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तहत कार्य करते हैं। कारण (R): यह विभिन्न राज्य सरकारों के साथ बेहतर समन्वय को सक्षम करने के लिए है। (a) A और R दोनों सत्य हैं, और R A का सही स्पष्टीकरण है। (b) A और R दोनों सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R गलत है। (d) A गलत है, लेकिन R सत्य है।
भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त (CLM) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तहत कार्य करते हैं, जो इसके कार्यों की देखरेख करता है और भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करता है। जबकि मंत्रालय राज्यों के साथ समन्वय को सक्षम करता है, इसकी प्राथमिक भूमिका संविधानिक प्रावधानों के अनुपालन की निगरानी करना है, और यह समन्वय एक गौण परिणाम है।
सही उत्तर: (b) A और R दोनों सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
प्रश्न 14: निम्नलिखित को उस क्रम में व्यवस्थित करें जिसमें वे प्रक्रिया में होते हैं: 1. विशेष अधिकारी भाषाई अल्पसंख्यकों से संबंधित मामलों की जांच करते हैं। 2. रिपोर्टें राष्ट्रपति को प्रस्तुत की जाती हैं। 3. रिपोर्टें संसद के प्रत्येक सदन के समक्ष प्रस्तुत की जाती हैं। (क) 1-2-3 (ख) 2-1-3 (ग) 3-2-1 (घ) 2-3-1
भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त के कार्य करने की प्रक्रिया में शामिल हैं:
यह अनुक्रम मुद्दों की जांच, निष्कर्षों की रिपोर्टिंग और संसदीय निगरानी को सुनिश्चित करने के संरचित दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सही उत्तर: (क) 1-2-3।
प्रश्न 15: वक्तव्य 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकारी का कार्यालय भारत की स्वतंत्रता के तुरंत बाद स्थापित किया गया था। वक्तव्य 2: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त राष्ट्रपति को रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं, जिसमें वार्षिक रिपोर्टें भी शामिल हैं। (क) केवल वक्तव्य 1 सत्य है। (ख) केवल वक्तव्य 2 सत्य है। (ग) दोनों वक्तव्य सत्य हैं। (घ) कोई भी वक्तव्य सत्य नहीं है।
भाषाई अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकारी का कार्यालय 1956 के 7वें संविधान संशोधन अधिनियम के बाद स्थापित किया गया था, जिसने संविधान में अनुच्छेद 350-बी को जोड़ा। आयुक्त राष्ट्रपति को वार्षिक और अन्य रिपोर्टें प्रस्तुत करता है।
सही उत्तर: (ख) केवल वक्तव्य 2 सत्य है।
Q16: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त की स्थापना वर्ष ______ में की गई थी। (a) 1947 (b) 1950 (c) 1956 (d) 1957
उत्तर: (d) भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त की औपचारिक स्थापना 1957 में की गई थी ताकि अनुच्छेद 350-B के प्रावधानों को लागू किया जा सके, जिसे 1956 के 7वें संविधान संशोधन अधिनियम में पेश किया गया था। सही उत्तर: (d) 1957।
Q17: कथन 1: CLM की भूमिका में भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए प्रतिनिधित्व का प्रबंधन करना शामिल है। कथन 2: संविधान भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए विशेष अधिकारी के लिए योग्यता निर्धारित करता है। (a) सत्य, सत्य (b) सत्य, असत्य (c) असत्य, सत्य (d) असत्य, असत्य
उत्तर: (b)
CLM भाषाई अल्पसंख्यकों के संरक्षण से संबंधित प्रतिनिधित्व और शिकायतों का प्रबंधन करता है। हालांकि, संविधान विशेष अधिकारी के लिए योग्यता को निर्दिष्ट नहीं करता है।
सही उत्तर: (b) सत्य, असत्य।
Q18: नीचे दिए गए कथनों के संबंध में सही विकल्प चुनें: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त के पास तीन क्षेत्रीय कार्यालय हैं। कथन 2: क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई, दिल्ली, और कोलकाता में स्थित हैं। कथन 3: प्रत्येक क्षेत्रीय कार्यालय का नेतृत्व एक सहायक आयुक्त करता है। (a) केवल कथन 1 और 3 सत्य हैं। (b) केवल कथन 2 और 3 सत्य हैं। (c) सभी कथन सत्य हैं। (d) केवल कथन 1 सत्य है।
CLM के तीन क्षेत्रीय कार्यालय बेलगाम (कर्नाटका), चेन्नई (तमिल नाडु) और कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में स्थित हैं। प्रत्येक कार्यालय का नेतृत्व एक सहायक आयुक्त करता है। कथन 2 में गलत स्थान (मुंबई और दिल्ली) इसे गलत बनाते हैं।
सही उत्तर: (क) केवल कथन 1 और 3 सत्य हैं।
प्रश्न 19: आशय (A): भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त का दृष्टिकोण समावेशी और एकीकृत विकास को बढ़ावा देना है। कारण (R): यह सुनिश्चित करने के लिए कि भाषाई अल्पसंख्यक राष्ट्रीय एकता में सक्रिय भागीदारी करें। (क) A और R दोनों सत्य हैं, और R A का सही स्पष्टीकरण है। (ख) A और R दोनों सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (ग) A सत्य है, लेकिन R गलत है। (घ) A गलत है, लेकिन R सत्य है।
उत्तर: (क)
भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त का दृष्टिकोण समावेशी विकास को बढ़ावा देना है ताकि भाषाई अल्पसंख्यकों की राष्ट्रीय एकता में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सके। यह कारण के साथ मेल खाता है, जो बताता है कि समावेश को बढ़ावा देना क्यों आवश्यक है।
प्रश्न 20: कथन 1: भाषाई अल्पसंख्यकों के आयुक्त (CLM) के क्षेत्रीय कार्यालय बेलगाम, चेन्नई और कोलकाता में हैं। कथन 2: CLM का प्रत्येक क्षेत्रीय कार्यालय एक उप आयुक्त द्वारा संचालित होता है। (क) केवल कथन 1 सही है। (ख) केवल कथन 2 सही है। (ग) दोनों कथन 1 और 2 सही हैं। (घ) न तो कथन 1 और न ही कथन 2 सही हैं।
उत्तर: (क) CLM के क्षेत्रीय कार्यालय बेलगाम, चेन्नई और कोलकाता में स्थित हैं, और प्रत्येक कार्यालय का नेतृत्व एक सहायक आयुक्त (Assistant Commissioner) करता है, उप आयुक्त (Deputy Commissioner) नहीं।
125 videos|399 docs|221 tests
|